Monday, May 5, 2025

रत्न पहनने से बदल सकती है आपकी किस्मत | जानिए सही रत्न, सही धातु और सही तरीका! #gemstone

रत्न पहनने से बदल सकती है आपकी किस्मत | जानिए सही रत्न, सही धातु और सही तरीका! 


(00:00) [संगीत] क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी उंगलियों में चमकता यह छोटा सा पत्थर आपकी किस्मत भी चमका सकता है? नमस्कार मैं ज्योतिष गुरु प्रवीण और आज हम बात करने वाले हैं रत्नों के बारे में कि रत्नों का ज्योतिष में और हमारे जीवन में कितना बड़ा महत्व है और प्रिय दर्शकों यदि आप हमारे चैनल पर पहली बार आए हैं तो चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर लीजिए ताकि आने वाली कोई भी वीडियो है आप तक जल्दी से पहुंच जाए। अब बात करेंगे रत्नों की। कभी नीलम तो कभी पुखराज कोई इन्हें फैशन कहता है तो कोई किस्मत का ताला खोलने वाली चाबी। लेकिन असली सवाल यह है क्या रतन सच में असर करते

(00:53) हैं? अगर हां तो कौन सा रतन किस धातु में कितना वेट होना चाहिए? कितना रति का होना चाहिए और क्या यह हर किसी को पहनना चाहिए? सबसे बड़ी बात तो यह है। आज का वीडियो इसी सवालों के जवाब देगा। सरल भाषा में वैज्ञानिक नजरिए और शास्त्रीय ज्ञान दोनों के साथ मैं आपको बताने वाला हूं। ज्योतिष में क्यों पहने जाते हैं रत्न? देखिए, भारतीय ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रह की शक्ति को संतुलित करने के लिए नौ रत्न जो है बताए गए हैं। इन्हें नवरत्न कहा जाता है। इनका उद्देश्य होता है घरों की अशुद्धता को कम करना। सुप्रभाव को बढ़ाना और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन

(01:42) जो है लाना। उदाहरण के लिए मैं आपको बताने जा रहा हूं। अगर किसी की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर है तो पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है। लेकिन रत्न पहनने से पहले एक सवाल प्रिय दर्शकों जरूर उठता है। क्या यह हर किसी पर असर करते हैं? क्या हर व्यक्ति को रत्न पहनना चाहिए? नहीं। रत्न बहुत शक्तिशाली होते हैं। गलत रत्न पहनना आपके जीवन में रुकावट, मानसिक तनाव यहां तक कि स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां भी ला सकता है। जब रत्न फायदा देता है तो नुकसान भी दे सकता है। इसलिए जरूरी है कि रत्न पहनने से पहले आपकी जन्म कुंडली की गहराई

(02:30) से जांच की जाए कि कौन सा ग्रह बलहीन है। कौन सा रतन उसके लिए उपयुक्त है? रतन पहनते समय तीन बातें बेहद जरूरी होती हैं। वजन सबसे पहले तो अंगूठी का रतन कम से कम एक रति प्रति 12 किलो वजन के अनुसार होना चाहिए। जैसे अगर किसी का वजन 60 किलो है तो कम से कम सवा5 रति या सवा5 रति या सवा रति का रत्न होना चाहिए। 60 किलों में सवा छ रति सबसे अच्छा जो है रत्न माना जाता है। अब धातु हर रत्न के लिए अलग धातु उपयुक्त मानी जाती है। पुखराज जो है सोना रत्न में पहना जाता है गोल्ड के अंदर और नीलम चांदी या पंच धातु के अंदर। माणिक्य तांबा या सोना के अंदर पहना जाता है और

(03:18) मूंगा जो है तांबा या सोना मतलब दोनों के अंदर पहन सकते हैं। धारण करने का समय और विधि सबसे पहले यह सबसे जरूरी है रत्न पहनने के लिए। हर रत्न को विशेष दिन खास नक्षत्र और मंत्रों के साथ जो है पहनना चाहिए। जैसे नीलम शनिवार शनि मंत्र के साथ सूर्यास्त से पहले पहनेंगे तो ज्यादा काम करेगा। रत्न के टूटने गायब होने या असर न करने के कारण अगर रतन टूट जाए तो वह अपना प्रभाव खो देता है और उसे तुरंत उतार देना चाहिए। अगर गायब हो जाए तो यह संकेत हो सकता है कि उसका काम पूरा हो चुका है या ग्रह की स्थिति बदल गई है। अगर रतन असर ना

(04:04) करे तो उसकी शुद्धता उपयोगता या सिद्धि की विधि में गलती हो सकती है। रतन पहनने के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण ध्यान से सुनना। कई वैज्ञानिक मानते हैं कि रत्नों में पाए जाने वाले क्रिस्टल स्ट्रक्चर और उनके रंगों की वाइब्रेशन शरीर की ऊर्जा को प्रणाली को प्रवाहित करती है। तो चाहे आप इसे विज्ञान माने या आध्यात्मिक रतन शरीर और मन पर छोटे लेकिन गहरे प्रभाव डालते हैं। तो रतन एक जादुई पत्थर नहीं है। यह एक ऊर्जा टूल है जो सही हाथ में हो तो चमत्कार कर सकता है। लेकिन याद रखें रत्न धारण करने से पहले किसी योग्य और अनुभवी

(04:50) ज्योतिषी की सलाह जरूरी लें आप क्योंकि हर चमकता पत्थर आपके लिए भाग्यशाली नहीं होता। प्रिय दर्शकों एक जानकारी आपको और देने जा रहा हूं। आपको किसी ज्योतिषी ने कहा कि पुखराज पहनना है। पन्ना पहनना है लेकिन आप जब किसी शॉपकीपर से रतन पुखराज लेने जाते हैं तो वह आपको हजारों पुखराज दिखा देता है। लेकिन सिर्फ उसको बेचने से मतलब है। उसको आपके रिजल्ट से मतलब नहीं है। आपको भी मालूम नहीं है कि जो रत्न आप ले रहे हैं वह आपके लिए कितना सूटेबल रहेगा। सिर्फ ज्योतिष ने आपको कहा पुखराज पहनना है। आप पुखराज लेने चल जाते हैं। लेकिन उस पुखराज के अंदर

(05:32) इतनी शक्ति होनी चाहिए। उसकी वाइब्रेशन इतनी होनी चाहिए। अगर आप उसे पहन रहे हैं तो वह आप जिस ग्रह के लिए पहन रहे हैं उसके लिए वह बेनिफिशियल है या नहीं यह देखना बहुत जरूरी है। उसकी ऊर्जा कितनी है? उसकी पूजा करना, सिद्ध करना, अभिमंत्रित करना यह बाद की बात है। लेकिन उससे पहले जो रत्न आप ले रहे हैं वह पावरफुल है या नहीं यह शॉपकीपर को जो है मालूम नहीं होता। उसको सिर्फ बेचने से मतलब है। वह आपको हजारों पुखराज दिखा देगा और आप एक पुखराज ले लेंगे। लेकिन आपको मालूम नहीं है कि जो पुखराज हम ले रहे हैं उसकी वाइब्रेशन कैसी है? उसकी ऊर्जा कैसी

(06:14) है। इसलिए आप जिनको स्टोन के बारे में रत्नों के बारे में पूरी जानकारी है। जो रत्न आप ले रहे हैं उसकी ऊर्जा सही है तो ही आप वो रत्न लीजिए। वही रत्न का फायदा आपको मिलेगा। और आप बिना जाने बिना पूछे कभी भी बिना अपनी राशि के अनुसार कई लोग रत्न पहन लेते हैं। नहीं पहनना चाहिए क्योंकि रतन अपनी ग्रह नक्षत्रों के अनुसार लग्न के अनुसार रत्न अगर आप पहनेंगे तो उसका लाभ आपको कई गुना जो है मिलेगा। काफी लोग कहते हैं कि मेरी मेष राशि है। मेष राशि में मूंगा होता है कि मैं मूंगा पहन लूं। लेकिन मैं आपको बताने जा रहा हूं मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह

(06:57) बनता है। मंगल अगर आपका सिक्स्थ हाउस में बैठा होगा, एट्थ हाउस में बैठा होगा, 12थ हाउस में बैठा होगा, उसका रत्न अगर आप पहन लेंगे तो वो आपको बहुत ज्यादा नुकसान भी दे सकता है। इसलिए पूरी कुंडली का अच्छी तरह एनालाइज करवा कर ही आप रत्न पहने। अगर आपको भी अपने रत्नों के बारे में जानकारी चाहिए कि कौन सा रत्न सूटेबल रहेगा तो स्क्रीन पर जो नंबर दिखाई दे रहा है उस पर जाकर आप कॉल कर सकते हैं। मैं कोशिश करूंगा कि आपको सही गाइड करूं। तो प्रिय दर्शकों अगर यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो वीडियो को लाइक जरूर करें। चैनल पर पहली बार आए हो तो चैनल को सब्सक्राइब जरूर

(07:34) करें और कमेंट में बताएं क्या आपने कभी कोई रत्न पहना है? उसका क्या असर होगा? हमें जानकारी जरूर दें। हमें खुशी होगी। तो धन्यवाद प्रिय दर्शकों। मिलते हैं अगले वीडियो में एक नए रहस्य के साथ।


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